मैंने ये ब्लॉग, बेहतर जिन्दगी क्यों स्टार्ट किया है ?
शायद आपके सवाल उठे कि मैं रहा हूँ | इस ब्लॉग को लिखने का क्या मकसद है ? सो मैं आपको अपनी बात ज़रा खुल के बताता हूँ |
ब्लॉग्गिंग क्यों ?
इस सवाल का जवाब देना सबसे पहले जरुरी है | ब्लॉग लिखने की शुरुआत लगभग 15 साल पहले हो चुकी है | ब्लॉग्गिंग सोशल मीडिया का दिलचस्प प्लेटफार्म है जिस पर आप लिखने का काम कर सकते हो |
ब्लॉग्गिंग से अमीर बन जाऊंगा !
जब पहली बार मुझे ब्लॉग्गिंग के बारे में पता चला यही बात पता चली कि लोग ब्लॉग्गिंग से करोड़ों रुपये कमा रहे हैं | इस विचार ने मुझे बड़ा प्रभावित किया | मैंने मन ही मन सोचा , “वाह क्या बात है ! मुझे लिखने का शौक है और कितने सालों हूँ कि मेरा कोई आर्टिकल अखबार में छपे | मैंने कई बार सोचा होगा कि काश मेरी कोई किताब मार्किट में आये|
मगर स्टार्ट कहाँ से करूँ | जब मुझे ये पता लगा कि आप ब्लॉग पे खुद लिख सकते हैं तो मुझे और भी ज्यादा रोचकता आई ब्लॉग लिखने की | और मैंने तुरंत तय किया कि मैं ब्लॉग्गिंग करूँगा | और मैंने अपना पहला ब्लॉग शुरू किया |
फिर दूसरा| फिर तीसरा | फिर चौथा | मैंने पहला ब्लॉग जब बनाया था तब शायद दो से तीन पोस्ट लिखने के बाद ये सोचने लगा कि अब आगे क्या लिखूं | फिर सोचते सोचते ब्लॉग्गिंग करना ही भूल गया| फिर जब याद आया तब सोचा कि चलो दुसरे टॉपिक पर ब्लॉग्गिंग करते हैं | “शायद ब्लॉग गलत सेलेक्ट कर लिया होगा |”
ब्लॉग्गिंग भी बिजनेस है |
लेकिन जितने भी ब्लॉग स्टार्ट किये वो जल्द ही बंद हो गए | और मुझे ऐसा लगता है कि बहुत सारे लोग इसी तरह ब्लॉग लिखना शुरू करते हैं | फिर धीरे धीरे समझ आया कि ब्लॉग एक तरह की प्रॉपर्टी है और ब्लॉग्गिंग से पैसे कमाना भी एक तरह का बिजनेस|
इसलिए तरह इनकम कमाने के कई सारे तरीके हैं उसी तरह ब्लॉग लिखना भी एक तरह का बिजनेस है| ब्लॉग से इनकम होती है ये सच है मगर इनकम तभी हो सकती है जब आपका ब्लॉग एक आम बिजनेस की तरह स्थापित जाए | ब्लॉग्गिंग पैसे कमाने की और रातों रात अमीर बनने की जादुई मशीन नहीं है |
मगर ब्लॉग्गिंग से पता चला कि ….
मैं आपको ये सब इसलिए बता रहा हूँ क्यूंकि यहीं से मेरे ब्लोग्स लिखने की शुरुआत हुई थी | मगर जब पैसे नहीं बना पाया तो सोचने लगा कि क्या सचमुच मैं ब्लोग्स लिखना चाहता हूँ | यदि मुझे पैसे नहीं भी मिले तो क्या ये काम मैं करना चाहूंगा ?
और दिल ने जवाब दिया, “बिलकुल !”
“यदि पैसे नहीं भी मिले मगर तू बस लिख | तूने कितनों की लिखी बातों से कितना कुछ सीखा है और अब तेरा वक़्त आया है कि तू भी कुछ दे इस दुनिया को |”
ऐसा लगा जैसे मुझे मेरा प्यार पुकार रहा है| ज़िन्दगी में अपने प्यार कि पहचान ऐसे ही होती है | जब स्वार्थ से आप ऊपर उठते हो तब आपका जूनून सामने आता है|
बेहतर ज़िन्दगी – ये टॉपिक क्यों ?
ये सवाल मेरा फेवरेट है | आखिर क्यों ? इंटरनेट पर तो ढेरों मोटीवेटर्स हैं | फिर मैं उन सबके बीच में कहाँ लगूंगा? क्या मेरा ब्लॉग उन सबसे ख़ास है?
बेहतर ज़िन्दगी टॉपिक मेरा फेवरेट टॉपिक इसलिए है क्यूंकि इसमें मैंने अपने दिल से काम किया है| मुझे बचपन से लाइफ तो इम्प्रूव करने में बहुत दिलचस्पी रही है| मुझे बचपन से किताबें पढना, बड़े बुजुर्गों की बातें सुनना और अपने विचार शेयर करना और ज्ञान के सागर में गोते लगाना मेरी पसंद रहे हैं|
सेल्फ हेल्प से बचपन से जुड़ाव
मैं हमेशा अपने आपको इमप्रोवे करने में लगा रहता हूँ| इसलिए रोज़ कुछ न कुछ नया सीखने में कुछ समय लगाता हूँ| जब मैं कॉलेज में था तो मैंने सेल्फ हेल्प और मोटिवेशनल बुक्स पढनी शुरू की| पिछले पांच सालों से ढेरों Youtube पर videos देखे और कई साड़ी नै बातें सीखीं| उन पर अमल भी करके देखा|
जब मैं कॉलेज में था तब मेरा बड़ा मज़ाक बनता था| मुझे अपना मज़ाक बनते देख ऐसे लगता कि मैं ऐसा क्यूँ हूँ| क्यूँ मुझे मज़ाक और हंसी का पात्र बनना पड़ता है| लेकिन अब समझ में आता है कि जो कुछ अलग और अनोखा होता है वो दूसरों से हट के होता है| और कुछ ख़ास होता है|
ज़िन्दगी एक जंग है
अपने अन्दर वो ख़ास बात ढूंढते ढूंढते इतनी सारी खूबसूरत बातें ढूंढ निकाली कि ज़िन्दगी खूबसूरत बनने लगी| और जो जिंदगी बोरिंग और नीरस रहती थी , बेहतर होने लगी|
मैं कभी हारा हूँ – कभी जीता हूँ| हार – जीत तो लगी रहती है| सबसे बड़ा फायदा ये हुआ कि मुझे ये बात समझ आई कि लाइफ हर कदम एक जंग है और एक संघर्ष है| और जो इस संघर्ष का आनंद लेना सीख जाता है वो अपनी ज़िन्दगी बेहतर बना लेता है|
लाइफ में कई तरह की चुनौतियों का सामना हुआ है| और उन सब चुनौतियों का सामना करने में साथ दिया – ज्ञान और अनुभव के अथाह सागर ने| दूसरों से सीखा| अपनी गलतियों से सीखा और वही सब कुछ इस ब्लॉग पर शेयर कर रहा हूँ|
इसके अलावा और कोई बात :
जैसे जैसे ये ब्लॉग आगे बढेगा, आप तक पहुँचने के नए आयाम और साधन बनेंगे| प्लानिंग है सेल्फ हेल्प कोर्सेस स्टार्ट करने की| जिन्दागी को जीना एक आर्ट है, एक कला है| इस कला का जीवन भर रियाज़ कर सकते हैं| जितना सीखेंगे आप, आपकी लाइफ में उतना और जोड़ते चले जायेंगे और जीवन में रस बढ़ते जायेगा|