समाज में उठने बैठने के लायक बनने के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराओ | यदि आप अपनी जाति , अपने माता-पिता , अपने स्कूल, अपने luck, अपनी किस्मत इत्यादि को दोषी ठहराते रहेंगे तो आपकी ज़िन्दगी बेहतर कैसे बनेगी ?
बेहतर ज़िन्दगी बनाने के लिए पूरी जिम्मेदारी खुद लें | जब आप कह देते हैं कि इस वजह से या उस वजह से मैं सफल नहीं हो पाया तो आप अपनी आप अपनी नाकामयाबी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं| और नाकामयाब इंसान नाकामयाब ही कहलायेगा फिर वजह कोई भी हो |
स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि पूरी जिम्मेदारी आप अपने कन्धों पर लें और याद रखें कि अपने भाग्य के विधाता आप खुद ही हैं| आप अपनी जिम्मेदारी के के प्रति जागें| और अपने हिस्से का तप करें | जब आप तप करेंगे तो कुंदन बन जायेंगे और फिर आपकी value कई गुना बढ़ जाएगी |
अपनी वैल्यू को बढ़ाने के लिए अपने आपको skilled बनाएं| हुनर सीखें| किसी भी काम को बखूबी कर लेने को हुनर कहते हैं| हम सभी में किसी न किसी हुनर के बीज जरूर होते है | उस पर काम करें | और जो और जो हुनर आपको ज़िन्दगी में आगे बढ़ाएंगे, उन पर काम करें |
अपनी लाइफ को एक दिलचस्स्प स्टोरी की तरह देखें | आपकी स्टोरी को आप ही बड़ा बना सकते हैं | जब आप अपने दुखों और अपनी नाकामयाबी के लिए किसी दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं तब आप अपनी शक्तियों , अपने हुनर से बेखबर हैं | आँखें मीच लेने से अँधेरा नहीं कम होता, और बढ़ जाता है | इसलिए उजाले तक पहुँचने के लिए खुद से कदम आगे बढ़ाएं| आपके पास मान – सम्मान, धन – यश सभी खुद चलकर आएंगे| आपको उनको पाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा |
Excuse देने से आप अपना खुद का नुक्सान कर लेते हो | जब आप excuse देते हो तब आप अपने ऊपर काम करने और अपने को बेहतर बनाने का मौका खो देते हो | जब तक आप सफल होने की या fail होने की जवाबदारी खुद से ना लेंगे तब तक आपको अपने आप पर भरोसा कैसे आएगा? खुद पर भरोसा भरोसा लाने के लिए अपने हाथों काम शुरू करें , कुछ नया सीखें | सक्सेस को बाहर की ताकतों पर ना छोड़ें|
आपकी लाइफ आपके हाथ में है उसकी जिम्मेदारी लो |