जो हम सुनकर सीखते हैं या वो जो हम पढ़कर सीखते हैं वो हमारे साथ हमेशा नहीं रहता| वो ज्ञान बदल जाता है जब हम नयी चीज़ पढ़ लेते हैं या सुन लेते हैं| यहाँ पर हम खुद पर भरोसा करने के बजाय अपने दोस्त, परिवार जन या अपने से बड़ो या समृद्ध वान लोगों को फॉलो करते हैं|
लेकिन जब हम खुद कोई काम करके देखते हैं और फिर उस कार्मिक प्रक्रिया से हम जो ज्ञान पाते हैं वो ज्ञान परम शाश्वत ( prime sacred) होता है| और चिर स्थायी होता है( लॉन्ग लास्टिंग)|
जो लोग भ्रमित(confused) हैं लाइफ में वो प्रयोग करने से डरते रहे हैं| उनका ज्ञान किताबी है जिस पर अभी प्रयोग की जिल्द(protective cover) लगना बाकी है| जिस दिन वो डरे सहमे लोग प्रयोग करेंगे, उनको भी वो शाश्वत ज्ञान मिल जायेगा जो उनसे भ्रम से निकालकर स्पष्टता(clarity) देगा|
जब हम खुद करके कोई ज्ञान अर्जित करते हैं तब हम उसे उतनी आसानी से नहीं भूलते| और वही हमारी ज़िन्दगी को सुधारता.और सवांरता है|
इसलिए आप वो नहीं है जो आप कहते हैं| आप वो हैं जो आप करते हैं| आपके कर्म(actions) आपका परिचय देते है| लाइफ में सही step लेने के लिए रास्ता गलतियों से होकर गुजरता है| मगर यही प्रॉब्लम है कि लोग गलतियाँ करने से घबराते हैं| वो चाहते हैं कि पहले ही प्रयोग में सफल होना|
लाइफ में फैसले लेना किसी और के हाथ में मत छोड़ो| लाइफ में खुद फैसले लो | ऐसा करने से आप अपना शास्वत और चिर स्थाई ज्ञान बनायेंगे| और यही ज्ञान आपके विकास में हेल्प करेगा| हम एक काम करें : सफल और असफल होने की चिंता को त्यागकर सिर्फ अपने सफ़र, अपने रास्ते को enjoy करें| जिस दिन आपने सफल-असफल होने के भ्रम से अपने आपको आजाद कर लिया उसी दिन आप जीत जाओगे| और सफल हो जाओगे|